मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक शहर मंडू, अपनी भव्य इमारतों और खूबसूरत झीलों के लिए जाना जाता है, लेकिन इसके दिल में एक ऐसी प्रेम कहानी दबी हुई है जो सदियों से लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाए हुए है। यह कहानी है राजकुमारी रूपमती और बाज़ बहादुर की, एक ऐसी प्रेम गाथा जो रोमांस, राजनीति, और दुखद अंत का एक अनोखा मिश्रण है।
रूपमती, अपनी अद्भुत सुंदरता और बुद्धि के लिए प्रसिद्ध थीं। वो मंडू के शासक की पुत्री थीं और अपनी शानदार जीवनशैली के बावजूद, एक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर महिला थीं। बाज़ बहादुर, मालवा के शासक, एक वीर और कुशल सेनापति थे, जिनका हृदय रूपमती की सुंदरता और व्यक्तित्व से मोहित हो गया था।
उनकी मुलाकात एक अद्भुत संयोग थी, एक ऐसी मुलाकात जिसने दोनों के जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया। बाज़ बहादुर, रूपमती के प्रेम में पड़ गए, और उन्होंने उससे विवाह करने का निश्चय किया। लेकिन, यह प्रेम कहानी आसान नहीं थी। रूपमती के पिता, और अन्य राजनीतिक शक्तियाँ, इस विवाह के विरुद्ध थीं, क्योंकि यह राजनीतिक रूप से अस्थिरता पैदा कर सकता था।
बावजूद इसके, बाज़ बहादुर और रूपमती के बीच का प्रेम अटूट था। उन्होंने अपनी मुलाकातों को गुप्त रखा, लेकिन उनका प्रेम दिनों-दिन गहराता गया। उन्होंने मंडू के हरे-भरे बागों और झीलों के बीच समय बिताया, जहाँ उनकी प्रेम कहानी फूलों की तरह खिलती गई। रूपमती ने बाज़ बहादुर के लिए अपनी सुंदरता को समर्पित कर दिया, और बाज़ बहादुर ने रूपमती के लिए अपनी शक्ति और साहस का प्रदर्शन किया।
लेकिन, उनकी खुशी लंबे समय तक नहीं टिक सकी। दुश्मनों की साज़िशों और राजनीतिक उथल-पुथल के कारण, बाज़ बहादुर को लगातार युद्धों में शामिल होना पड़ता था। रूपमती, अपने प्रेमी की सुरक्षा और भलाई के लिए हमेशा चिंतित रहती थीं।
एक दिन, एक भयानक खबर आई - बाज़ बहादुर को एक कठिन युद्ध में शामिल होना पड़ा, जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गए। रूपमती, अपने प्रेमी की इस स्थिति से बेहद दुखी थीं। वह अपने प्रेमी से मिलने गईं, लेकिन उससे पहले ही एक भयानक समाचार सुनने को मिला।
कहा जाता है कि बाज़ बहादुर की मृत्यु के बाद रूपमती भी जीवित नहीं रह सकीं। उनकी प्रेम कहानी का अंत बेहद दर्दनाक और दुखद था। कुछ लोग कहते हैं कि रूपमती ने अपने प्रेमी के साथ खुद को आग में झोंक दिया, जबकि कुछ का मानना है कि उन्होंने विष पीकर आत्महत्या कर ली।
आज भी, मंडू के किले में रूपमती और बाज़ बहादुर की यादें जीवित हैं। उनकी प्रेम कहानी कई कविताओं और कहानियों में प्रसिद्ध हुई है। मंडू के खूबसूरत बाग और झीलें उनके प्रेम की गवाह हैं। ये स्थान आज भी प्रेमियों के लिए एक पवित्र स्थान माना जाता है।
रूपमती और बाज़ बहादुर की प्रेम कहानी सिर्फ़ एक रोमांटिक कहानी नहीं है, बल्कि यह एक ऐतिहासिक घटना भी है जिसमें राजनीति, युद्ध, और मानव भावनाओं का अद्भुत मिश्रण है। यह कहानी हमें सिखाती है कि प्रेम किसी भी बाधा को पार कर सकता है, लेकिन वह हमेशा सफल नहीं होता है।
मंडू के किले की यात्रा करने पर, आप रूपमती के महल और अन्य ऐतिहासिक स्थलों को देख सकते हैं, जो इस प्रेम कहानी की याद दिलाते हैं। यह यात्रा ना सिर्फ़ एक ऐतिहासिक अनुभव होगी, बल्कि यह आपको रूपमती और बाज़ बहादुर के अमर प्रेम का एहसास भी कराएगी। इसलिए, अगर आप कभी मध्य प्रदेश जाएं, तो मंडू का किला ज़रूर देखें और इस रहस्यमयी प्रेम कहानी को अपनी आँखों से देखें।
यह कहानी सदियों से लोगों के दिलों में बसती आ रही है, और इसकी अमरता रूपमती और बाज़ बहादुर के अटूट प्रेम का प्रमाण है। यह कहानी हमें याद दिलाती है कि प्रेम की शक्ति कितनी मजबूत होती है, और वह कैसे सदियों तक जीवित रह सकता है।