हिमालय के बर्फीले शिखरों पर, जहाँ बादल आकाश को छूते हैं और हवाएँ प्राचीन रहस्यों की फुसफुसाहट करती हैं, वहाँ एक गाँव है, जो सदियों से एक अदम्य रहस्य में डूबा हुआ है। यह गाँव, जिसे स्थानीय लोग 'शापित गाँव' कहते हैं, एक प्राचीन भविष्यवाणी से जुड़ा है, जो हिमालयी येति से जुड़ी है, एक पौराणिक प्राणी जो पहाड़ों के बीच रहता है।
इस गाँव की कहानी पीढ़ियों से ज़िंदा रही है, माँ से बेटी तक, दादा से पोते तक, एक ऐसी कहानी जो पीढ़ी दर पीढ़ी सन्नाटे में गूंजती रही है। कहा जाता है कि कई शताब्दियों पहले, एक हिमालयी येति ने एक स्थानीय व्यक्ति को एक भविष्यवाणी सुनाई थी, जो गाँव के भविष्य को हमेशा के लिए बदलने वाली थी। इस भविष्यवाणी ने येति के आगमन और गाँव पर आने वाले प्रलय के बारे में बताया था, अगर गाँव के लोग अपने प्राचीन रीति-रिवाजों को भूल गए।
भविष्यवाणी की एक पंक्ति थी, जो आज तक गाँववासियों को सताती है: 'जब बर्फ पिघलेगी, और पहाड़ कांपेंगे, तब येति लौटेगा, और गाँव का अंत होगा।' ये पंक्तियाँ उनके लिए एक सतत चेतावनी बन गई हैं। हर पिघलते बर्फ के टुकड़े और हर हल्के भूकंप में, वे येति के वापस आने के डर से कांपते हैं।
गाँववासियों ने अपने पूर्वजों द्वारा बताई गई परंपराओं को सहेज कर रखा है, उम्मीद है कि ये परंपराएँ उन्हें येति के क्रोध से बचाएंगी। वे प्राचीन रीति-रिवाजों का पालन करते हैं, अपने देवताओं की पूजा करते हैं, और येति को प्रसन्न करने के लिए प्रार्थनाएँ करते हैं। लेकिन हर गुजरते साल के साथ, उनकी आशा कम होती जाती है और डर बढ़ता जाता है।
गाँव के आसपास एक अजीब सा सन्नाटा छाया हुआ है। पेड़ जैसे मुर्दे खड़े हैं, हवा में एक अजीब सी ठंडक है, और रात में अजीब सी आवाजें सुनाई देती हैं। गाँववासी दावा करते हैं कि वे येति की परछाई देखते हैं, उसकी दहाड़ सुनते हैं, और उसके पैरों के निशान देखते हैं। यह सब उनके डर को और भी बढ़ाता है।
कुछ युवा गाँववासी इस प्राचीन भविष्यवाणी को एक महज कहानी मानते हैं। वे नई जीवनशैली को अपनाना चाहते हैं, पर बूढ़े गाँववासी उनके विचारों का विरोध करते हैं। इस मतभेद के कारण गाँव में तनाव बढ़ता जा रहा है।
एक दिन, एक प्राचीन पुस्तक मिलती है, जिसमें येति के बारे में अधिक जानकारी है। इस पुस्तक में लिखा है कि येति के क्रोध से बचने का सिर्फ एक ही तरीका है: गाँव के लोगों को अपने प्राचीन रीति-रिवाजों को न सिर्फ़ सहेज कर रखना होगा बल्कि उन्हें और भी ज़्यादा मज़बूती से निभाना होगा। लेकिन क्या यह संभव है?
गाँव के लोग एक मुश्किल फैसले के सामने हैं। वे या तो अपनी परंपराओं का पालन करेंगे और अपने भविष्य को संभालने की कोशिश करेंगे, या वे अपनी परंपराओं को त्याग देंगे और येति के क्रोध का सामना करेंगे। यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब सिर्फ़ वक्त ही दे सकता है।
हिमालयी येति की भविष्यवाणी और शापित गाँव की कहानी एक रहस्यमयी कहानी है जो हमें हमारे अतीत से जुड़े रहने और हमारी परंपराओं का महत्व समझने की याद दिलाती है। यह एक कहानी है जो हमें डर और आशा दोनों का अनुभव करने देती है, और हमें हमारे आसपास की दुनिया के रहस्यों के बारे में सोचने पर मजबूर करती है।
क्या येति वापस आएगा? क्या गाँव बच पाएगा? यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब आपको खुद ढूँढना होगा। यह एक कहानी है जो आपके मन में एक चिंता का बीज बोएगी, और आपको इस रहस्यमयी दुनिया की ओर खींचेगी।